ouch !!

ouch !!

Saturday, 24 June 2017

Truth

"Akele aaye h , aur akele hi jayge .................................. !! "
This phrase struck my mind today .Life has been divided into various stages i.e.
  • BIRTH
  • CHILDHOOD
  • ADULTHOOD
  • OLD AGE
  • DEATH
Birth is the day we entered in this universe.Isn't it strange to celebrate the day of our first cry ??

Some people are true , some are fake
Some people really cares , some just pretend
Some are good , some are bad
Some people fulfill their promises , others only know to break them
Some people keep their words , others forget. ☺

What is the purpose of our life ?
Are we just following things without much thinking?
Are we are enjoying the chores we do ?
Are we living to the fullest ?
Are we satisfied?

To be continued...............




Thursday, 22 June 2017

आज फिर उनसे मुलाकात हुई (HINDI POST)

चांदनी रात थी
आसमान की चादर में तारे टिमटिमा रहे थे,
मै चल रही थी उन बादलों को आकार लेते हुए देख
वो सामने से आये
आज फिर उनसे मुलाकात हुई।

बारिश का मौसम था
हरियाली के बीच में
पानी की बूंदों का लुफ्त उठाते हुए
दूर मोर को नाचते हुए देख
रास्ते मे रुकावट आई गई
आज फिर उनसे मुलाकात हुई।

आंखे मिली
बिन बोले बहुत कुछ बात हो गई
वो बीता हुआ पल याद आया
वो पुरानी गलियां याद आ गई
आज फिर उनसे मुलाकात हुई।

वो गलिया  जहां पे बहुत अच्छा वक्त गुजरा
वो गलियां जिन्हे भुलाकर भी न भूलें
यारो ये सपनो की बात ही अलग है
यादो का पिटारा साथ लेते आते है
आज फिर पुरानी  चीज़े याद आई 
आज फिर उनकी याद आई।।
 [KISII AUR KI KAHANI MERI ZUBANI ]